
माइंडफुलनेस प्रैक्टिसेस आत्म-ज्ञान, भावनात्मक लचीलापन और व्यक्तिगत विकास को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाती हैं। इसके मुख्य सिद्धांतों में वर्तमान क्षण की जागरूकता, गैर-निर्णायक अवलोकन और स्वीकृति शामिल हैं। शरीर स्कैनिंग, माइंडफुल ब्रीदिंग और आभार जर्नलिंग जैसी तकनीकें व्यक्तिगत विकास के लिए प्रभावी हैं। दैनिक जीवन में माइंडफुलनेस को शामिल करने से स्थायी परिवर्तन और बेहतर भावनात्मक स्थिरता प्राप्त हो सकती है। माइंडफुलनेस प्रैक्टिसेस के मुख्य सिद्धांत क्या हैं? माइंडफुलनेस प्रैक्टिसेस आत्म-ज्ञान, भावनात्मक लचीलापन और व्यक्तिगत विकास को मुख्य सिद्धांतों के माध्यम से बढ़ाती हैं। ये सिद्धांत वर्तमान क्षण की जागरूकता, गैर-निर्णायक अवलोकन और स्वीकृति शामिल हैं। वर्तमान क्षण की जागरूकता यहां और अब पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिससे अतीत और भविष्य के बारे में चिंता कम होती है। गैर-निर्णायक अवलोकन व्यक्तियों को विचारों और भावनाओं…